कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पर भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है। बीते 24 घंटों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी है। सड़कों पर घुटनों से लेकर कमर तक पानी भर गया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों घायल हुए हैं।
सड़कों पर नदी जैसा नजारा
- शहर की मुख्य सड़कों पर जलभराव ने वाहनों की आवाजाही रोक दी है।
- एस्प्लेनेड, पार्क स्ट्रीट, बेहाला, दमदम और सॉल्ट लेक जैसे इलाकों में पानी भरा हुआ है।
- लोकल ट्रेनों और मेट्रो सेवाओं पर भी असर पड़ा है।
- कई जगह घरों में पानी घुस जाने से लोग अपने ही मकानों में कैद हो गए हैं।
मौत का आंकड़ा बढ़ा
बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है।
- दमदम में करंट लगने से 2 युवकों की मौत हुई।
- बेहाला में दीवार गिरने से एक महिला की जान गई।
- सॉल्ट लेक में पेड़ गिरने से तीन लोगों की मौत हुई।
- हावड़ा में पानी में डूबने से एक बच्चा बह गया।
प्रशासन अलर्ट पर
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपात बैठक बुलाई है और हालात की समीक्षा की है।
- NDRF और कोलकाता पुलिस की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
- अस्पतालों में इमरजेंसी वार्ड सक्रिय कर दिए गए हैं।
- प्रशासन ने लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
बिजली और इंटरनेट सेवा पर असर
- कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है।
- मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं पर भी असर पड़ा है।
- बारिश रुक-रुक कर अब भी जारी है, जिससे हालात और बिगड़ने की आशंका है।
जनता बेहाल
शहरवासियों का कहना है कि यह बारिश सामान्य मानसून का हिस्सा नहीं, बल्कि आपदा जैसी लग रही है।
- स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
- ऑफिस जाने वाले लोग घंटों ट्रैफिक में फंसे रहे।
- ऑनलाइन ऑर्डर और सप्लाई चेन भी प्रभावित हुई है।
निष्कर्ष
कोलकाता पर बरसी इस आफत ने साफ दिखा दिया है कि शहर का जल निकासी तंत्र कितना कमजोर है। 7 लोगों की मौत और पूरे शहर के डूबने की तस्वीरों ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन आसमान से लगातार बरस रही आफत ने कोलकाता की सांसें थाम दी हैं।








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