फरार स्वामी चैतन्यानंद: 15 लड़कियों से छेड़छाड़ के आरोपी वसंतकुंज आश्रम में

फरार स्वामी चैतन्यानंद: 15 लड़कियों से छेड़छाड़ के आरोपी वसंतकुंज आश्रम में

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के वसंतकुंज इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खुद को आध्यात्मिक गुरु बताने वाला स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती गंभीर आरोपों के बाद फरार हो गया है। उस पर कम से कम 15 नाबालिग और युवतियों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश शुरू कर दी है।

कहां से आया मामला?

वसंतकुंज के एक इलाके में चैतन्यानंद सरस्वती लंबे समय से एक आश्रम चला रहा था। बताया जा रहा है कि आश्रम में गरीब और बाहर से आईं लड़कियों को पढ़ाई और सेवा कार्य के नाम पर रखा जाता था। इसी दौरान कई पीड़िताओं ने आरोप लगाया कि स्वामी ने उनके साथ अनुचित हरकतें कीं।

पीड़िताओं के बयान

पीड़ित लड़कियों ने पुलिस को बताया कि स्वामी अक्सर “आशीर्वाद” देने के नाम पर छेड़छाड़ करता था।

  • कई बार आश्रम में अकेले बुलाकर अनुचित तरीके से छूता था।
  • विरोध करने पर डराता और कहता कि “भगवान का कोप पड़ेगा।”
  • कुछ लड़कियों को चुप रहने की धमकी दी गई।

इन घटनाओं के बाहर आने के बाद आश्रम का माहौल तनावपूर्ण हो गया और स्वामी फरार हो गया।

पुलिस की कार्रवाई

  • दिल्ली पुलिस ने POCSO एक्ट और छेड़छाड़ की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
  • आश्रम से दस्तावेज और सीसीटीवी फुटेज जब्त किए गए हैं।
  • पुलिस की टीमें वसंतकुंज से लेकर पड़ोसी राज्यों तक उसकी तलाश में दबिश दे रही हैं।

आश्रम और अनुयायियों में आक्रोश

चैतन्यानंद सरस्वती का आश्रम कथित तौर पर “आध्यात्मिक साधना” का केंद्र बताया जाता था।

  • यहां सैकड़ों अनुयायी आते थे।
  • लेकिन आरोपों के बाद अब कई अनुयायी गुस्से में हैं और कुछ लोग इसे “आस्था के नाम पर धोखा” बता रहे हैं।
  • स्थानीय लोगों का कहना है कि आश्रम के भीतर अक्सर अजीब गतिविधियाँ होती थीं, जिन पर किसी ने पहले ध्यान नहीं दिया।

समाज में उठ रहे सवाल

यह मामला एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि किस तरह “धर्म और आस्था” के नाम पर कई लोग भोले-भाले लोगों का शोषण करते हैं।

  • अभिभावक अब चिंतित हैं कि बेटियों की सुरक्षा के नाम पर जो लोग धार्मिक छवि का फायदा उठाते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं होती।
  • विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे मामलों में कड़ी निगरानी और त्वरित न्याय बेहद जरूरी है।

निष्कर्ष

स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती का यह मामला सिर्फ एक आश्रम या एक आरोपी तक सीमित नहीं है। यह समाज और कानून दोनों के लिए चुनौती है कि आस्था की आड़ में हो रहे अपराधों पर सख्ती से लगाम लगाई जाए। फिलहाल आरोपी फरार है, लेकिन पुलिस का कहना है कि उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा और पीड़िताओं को न्याय दिलाया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *