अहमदाबाद/गांधीनगर: गुजरात में मानसून इस बार कहर बनकर बरसा है। बीते 48 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने राज्य के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अहमदाबाद का रिवरफ्रंट पूरी तरह जलमग्न हो गया है, वहीं साबरमती, नर्मदा और माही जैसी नदियां उफान पर हैं। निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैनात कर दी हैं।
लगातार बारिश ने बिगाड़ा हाल
- अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, सूरत और कच्छ जिलों में भारी बारिश से सड़कें और घर पानी में डूब गए।
- कई जगहों पर 24 घंटे में 200 मिमी से ज्यादा वर्षा दर्ज की गई।
- अहमदाबाद का साबरमती रिवरफ्रंट डूब जाने से लोग दंग रह गए। तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
नदियों का उफान और खतरा
- साबरमती नदी में जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुँच चुका है।
- नर्मदा डैम से पानी छोड़े जाने के बाद आसपास के जिलों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।
- माही और ताप्ती नदी भी उफान पर हैं, जिसके कारण प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है।
प्रशासन की तैयारियाँ
- राज्य सरकार ने NDRF और SDRF की 15 से ज्यादा टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगाई हैं।
- अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
- भारी बारिश के चलते कई ट्रेनें और उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं।
- मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
आम लोगों की परेशानी
- बाढ़ जैसे हालात से हजारों परिवार प्रभावित हुए हैं।
- कई जगहों पर बिजली और पानी की सप्लाई ठप हो गई।
- लोग अपने घरों की छतों और ऊँचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
- सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लोग नाव या ट्रैक्टर से सुरक्षित स्थानों की ओर जाते दिख रहे हैं।
विपक्ष और राजनीतिक बयान
- विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया कि बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने की योजना पहले से नहीं बनाई गई।
- कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अहमदाबाद का रिवरफ्रंट “गौरव प्रोजेक्ट” है, लेकिन जलभराव ने इसकी पोल खोल दी है।
- बीजेपी नेताओं ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार हर प्रभावित परिवार तक मदद और राहत पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
विशेषज्ञों की राय
- मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अरब सागर में बने निम्न दबाव के कारण गुजरात में भारी बारिश हो रही है।
- अगले 48 घंटों तक कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी है।
- पर्यावरणविदों का कहना है कि शहरीकरण और गलत नालों की वजह से बाढ़ की समस्या और गंभीर हो रही है।
गुजरात में इस समय बारिश ने सामान्य जीवन को थाम दिया है। नदियों का उफान, डूबा रिवरफ्रंट और बाढ़ जैसे हालात लोगों के लिए खतरे की घंटी हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन स्थिति पूरी तरह सामान्य होने में अभी समय लग सकता है।










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