BJP नेता के बयान पर भड़कीं मायावती, सुनाई खरी-खोटी

BJP नेता के बयान पर भड़कीं मायावती, सुनाई खरी-खोटी

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता द्वारा मुस्लिम लड़कियों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सियासत गर्मा गई है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं की भाषा समाज में नफरत फैलाने वाली और असंवेदनशील है, जो देश के संविधान और लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।

मायावती का BJP पर हमला

लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान मायावती ने कहा कि “बीजेपी नेताओं के ऐसे बयान न सिर्फ महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हैं बल्कि धार्मिक सौहार्द को भी बिगाड़ने वाले हैं। सत्ता में बैठे लोग अगर इस तरह की बातें करेंगे तो आम जनता में गलत संदेश जाएगा।”
उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे नेताओं को भविष्य में भड़काऊ बयान देने से रोका जा सके।

क्या कहा था BJP नेता ने?

दरअसल, हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने मुस्लिम लड़कियों की शिक्षा और पहनावे को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि “कुछ समुदायों की लड़कियां अब आधुनिकता के नाम पर अपनी संस्कृति से दूर हो रही हैं।”
इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी पर धर्म और जेंडर आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया।

मायावती ने दी कड़ी चेतावनी

मायावती ने कहा कि “बीजेपी नेताओं की जुबान अब बेलगाम होती जा रही है। देश में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की बात करने वाली पार्टी के नेता अगर इस तरह की सोच रखते हैं, तो ये बेहद शर्मनाक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां हर नागरिक को अपनी संस्कृति और जीवनशैली चुनने का अधिकार है।

विपक्ष ने भी साधा निशाना

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी मायावती के सुर में सुर मिलाते हुए बीजेपी पर हमला बोला है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि “बीजेपी को महिला सशक्तिकरण की बात करना शोभा नहीं देता जब उसके ही नेता महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं।”
वहीं सपा ने ट्वीट कर लिखा कि “बीजेपी नेता महिलाओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहरीली भाषा बोल रहे हैं, लेकिन सरकार चुप है।”

बीजेपी की सफाई

विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी की ओर से सफाई दी गई है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि नेता के बयान को “गलत संदर्भ में पेश किया गया” है और बीजेपी हर वर्ग की महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
हालांकि पार्टी ने यह भी जोड़ा कि अगर किसी के बयान से किसी समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

निष्कर्ष

BJP नेता के बयान ने एक बार फिर सियासी और सामाजिक बहस को जन्म दे दिया है।
मायावती का रुख साफ है — वह किसी भी तरह के धार्मिक या लैंगिक भेदभाव के खिलाफ हैं और उन्होंने बीजेपी से अपने नेताओं की जुबान पर लगाम लगाने की मांग की है।

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