ग्रेटर नोएडा में मां-बेटे ने 13वीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट मिला

ग्रेटर नोएडा में मां-बेटे ने 13वीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट मिला

ग्रेटर नोएडा से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। एक हाईराइज सोसाइटी में मां और बेटे ने 13वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें घरेलू और आर्थिक परेशानियों का जिक्र बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

घटना कैसे हुई?

मामला ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी सोसाइटी का बताया जा रहा है।

  • जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह लगभग 6 बजे सोसाइटी के निवासियों ने जोरदार आवाज सुनी।
  • बाहर निकलने पर देखा कि मां और बेटा खून से लथपथ जमीन पर पड़े थे।
  • दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के अनुसार, मृतक महिला की उम्र लगभग 45 वर्ष और बेटे की उम्र 20 साल बताई जा रही है।

पुलिस को मिला सुसाइड नोट

घटनास्थल की तलाशी के दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला।

  • नोट में लिखा था कि परिवार काफी समय से मानसिक और आर्थिक तनाव से गुजर रहा था।
  • बेटे ने हाल ही में पढ़ाई और करियर से जुड़ी दिक्कतों का जिक्र किया था।
  • महिला ने पत्र में पड़ोसियों और रिश्तेदारों से माफी भी मांगी है।

पुलिस सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग और तथ्य की जांच कर रही है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?

सोसाइटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि यह घटना बेहद चौंकाने वाली थी।

  • एक निवासी ने बताया, “हमने सुबह जोरदार आवाज सुनी, जब देखा तो मां-बेटा जमीन पर पड़े थे। तुरंत गार्ड्स को सूचना दी और पुलिस बुलाई।”
  • कुछ लोगों ने कहा कि परिवार पिछले कुछ महीनों से बेहद चुप-चुप सा रहता था।

पुलिस की जांच और कार्रवाई

पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

  • मामले में फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और सबूत जुटाए।
  • परिजनों और रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है।
  • अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है, लेकिन हर पहलू पर जांच की जाएगी।

डीसीपी ने मीडिया से कहा: “हमें सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आर्थिक और मानसिक तनाव का जिक्र है। हम सभी तथ्यों को खंगाल रहे हैं।”

सामाजिक और मानसिक पहलू

यह घटना एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बड़ी चिंता खड़ी करती है।

  • विशेषज्ञ मानते हैं कि तनाव और अवसाद की स्थिति में लोग अक्सर बेहद खतरनाक कदम उठा लेते हैं।
  • परिवार और दोस्तों को चाहिए कि ऐसे समय में बातचीत करें और पेशेवर मदद लें।
  • समाज को आत्महत्या जैसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और समर्थन तंत्र को मजबूत करना होगा।

निष्कर्ष

ग्रेटर नोएडा की यह घटना बेहद दुखद है, जिसने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। मां और बेटे का जीवन समाप्त कर लेना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समुदाय की त्रासदी है। पुलिस जांच जारी है, लेकिन यह साफ है कि तनाव और अवसाद किसी भी इंसान को इस हद तक धकेल सकता है।

जरूरी है कि हम मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और आसपास के लोगों को समझें। संवाद और समर्थन ही ऐसे हादसों को रोकने का सबसे बड़ा उपाय है।

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