RBI के नए नियम: रिश्तेदार की मौत के बाद Nominee Accounts बंद करना आसान

RBI के नए नियम: रिश्तेदार की मौत के बाद Nominee Accounts बंद करना आसान

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे बैंक खाताधारकों की मृत्यु के बाद उनके नॉमिनी के लिए खाता बंद करना और जमा राशि प्राप्त करना अब पहले से कहीं अधिक सरल और तेज़ हो गया है। RBI की नई गाइडलाइंस के अनुसार, अब नॉमिनी को कानूनी दस्तावेज़ जैसे कि उत्तराधिकार प्रमाणपत्र (Succession Certificate) या वसीयत की प्रमाणिकता (Probate of Will) की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे प्रक्रिया में होने वाली देरी और जटिलताओं में कमी आएगी।

RBI की नई गाइडलाइंस: क्या बदल रहा है?

RBI की नई गाइडलाइंस: क्या बदल रहा है?

1. नॉमिनी के लिए सरल दावा प्रक्रिया:

अब नॉमिनी को बैंक में जमा राशि प्राप्त करने के लिए केवल निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे:

  • मृत्यु प्रमाणपत्र (Death Certificate): जिससे यह प्रमाणित होता है कि खाताधारक का निधन हो चुका है।
  • नॉमिनी का पहचान प्रमाण (Identity Proof): जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि।
  • RBI द्वारा निर्धारित दावा फॉर्म (Claim Form): जिसे बैंक से प्राप्त किया जा सकता है।

इन दस्तावेज़ों के आधार पर, बैंक को नॉमिनी को राशि जारी करने में कोई कानूनी अड़चन नहीं होगी।

2. बिना नॉमिनी वाले खातों के लिए नई प्रक्रिया:

यदि किसी खाते में नॉमिनी नहीं है, तो भी बैंक अब सरल प्रक्रिया के तहत राशि जारी करेगा। इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • मृत्यु प्रमाणपत्र (Death Certificate): खाताधारक के निधन की पुष्टि के लिए।
  • RBI द्वारा निर्धारित दावा फॉर्म (Claim Form): जिसे बैंक से प्राप्त किया जा सकता है।
  • नॉमिनी का पहचान प्रमाण (Identity Proof): जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि।
  • उत्तराधिकार प्रमाणपत्र (Succession Certificate): यदि दावा राशि ₹5 लाख से अधिक है।
  • इंडेम्निटी बॉन्ड (Indemnity Bond): जो नॉमिनी द्वारा भरा जाएगा।
  • अन्य कानूनी दस्तावेज़ (Legal Heir Certificate): यदि लागू हो।

इन दस्तावेज़ों के आधार पर, बैंक को राशि जारी करने में कोई कानूनी अड़चन नहीं होगी।

3. समय सीमा और दंड:

RBI ने यह भी निर्देशित किया है कि बैंक को सभी दावों का निपटान 15 दिनों के भीतर करना होगा। यदि बैंक इस समय सीमा का पालन नहीं करता है, तो उसे नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को मुआवजा देना होगा। यह कदम ग्राहकों के अधिकारों की सुरक्षा और बैंकिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

नॉमिनी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:

  • नॉमिनी की नियुक्ति: अपने बैंक खातों में नॉमिनी की नियुक्ति करें, ताकि भविष्य में किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में आपके परिवार को वित्तीय सहायता मिल सके।
  • दस्तावेज़ों की तैयारी: नॉमिनी के रूप में नामित व्यक्ति को सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की जानकारी और तैयारी रखें, ताकि दावा प्रक्रिया में कोई देरी न हो।
  • बैंक से संपर्क: किसी भी प्रश्न या सहायता के लिए अपने बैंक से संपर्क करें और नई गाइडलाइंस के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

निष्कर्ष:

RBI की नई गाइडलाइंस नॉमिनी और कानूनी उत्तराधिकारियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई हैं। अब बैंक खातों की मृत्यु के बाद की प्रक्रिया सरल, तेज़ और पारदर्शी होगी, जिससे परिवारों को वित्तीय संकट से बचने में मदद मिलेगी। यह कदम भारतीय बैंकिंग प्रणाली में सुधार और ग्राहकों के अधिकारों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

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