देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और उद्योगपति गौतम अडानी के Adani Group का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया कि LIC अडानी ग्रुप की विभिन्न परियोजनाओं में करीब 33,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी में है। जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर बवाल मच गया और विपक्षी दलों से लेकर बाजार विश्लेषकों तक ने सवाल उठाने शुरू कर दिए।
हालांकि बाद में LIC और अडानी ग्रुप — दोनों की ओर से इस दावे को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया गया। दोनों संस्थाओं ने बयान जारी कर कहा कि इस तरह की कोई निवेश योजना फिलहाल विचाराधीन नहीं है।
क्या था अखबार का दावा?
अंग्रेजी दैनिक की रिपोर्ट में कहा गया कि LIC ने अडानी ग्रुप की इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और पोर्ट परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर निवेश की तैयारी की है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि यह निवेश 2025-26 वित्त वर्ष में किया जाएगा और इसके तहत अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स और अडानी पावर जैसी कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, LIC के बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर प्रारंभिक चर्चा की है और इसे “रणनीतिक निवेश योजना” का हिस्सा बताया गया।
LIC ने दी सफाई: ‘बिलकुल झूठी खबर’
LIC denies false reports by The Washington Post, reaffirming all investments are made with integrity and due diligence.#LIC #HarPalAapkeSaath #washingtonpost pic.twitter.com/RQ0N2AvBA1
— LIC India Forever (@LICIndiaForever) October 25, 2025
LIC ने इस खबर को तुरंत खारिज करते हुए कहा —
“मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रकाशित रिपोर्ट पूरी तरह निराधार और भ्रामक है। LIC ने अडानी ग्रुप में किसी नए निवेश या हिस्सेदारी बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं रखा है।”
LIC के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी निवेश के हर फैसले में नियामक दिशा-निर्देशों और अपने आंतरिक निवेश मापदंडों का सख्ती से पालन करती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडानी ग्रुप ने भी इस खबर को सिरे से नकारते हुए कहा —
“हमने LIC के साथ किसी नए निवेश समझौते पर बातचीत नहीं की है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने बिना पुष्टि के यह दावा किया है, जो पूरी तरह गलत है।”
ग्रुप ने कहा कि LIC पहले से ही अडानी ग्रुप की कुछ सूचीबद्ध कंपनियों में शेयरधारक है, और यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है।
वर्तमान में LIC की हिस्सेदारी
जानकारी के मुताबिक, मार्च 2025 तक LIC की हिस्सेदारी अडानी समूह की विभिन्न कंपनियों में इस प्रकार है:
- अडानी एंटरप्राइजेज – लगभग 4.02%
- अडानी पोर्ट्स – 9.14%
- अडानी ट्रांसमिशन – 3.65%
- अडानी ग्रीन एनर्जी – 1.28%
- अडानी टोटल गैस – 5.96%
LIC के निवेश मूल्य में अडानी ग्रुप के शेयरों की रिकवरी के बाद उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, लेकिन नई निवेश योजनाओं की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
विपक्ष और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
जैसे ही यह खबर सामने आई, विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया। कई नेताओं ने कहा कि LIC जैसे सार्वजनिक संस्थान को किसी विवादित कॉरपोरेट ग्रुप में इतनी बड़ी राशि निवेश नहीं करनी चाहिए।
हालांकि, जब दोनों पक्षों ने सफाई दी, तब मामला कुछ शांत हुआ, लेकिन सोशल मीडिया पर यह बहस अब भी जारी है कि सार्वजनिक निवेश की पारदर्शिता सुनिश्चित होनी चाहिए।
बाजार पर असर
खबर सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में हलचल देखी गई। शुरुआती गिरावट के बाद सफाई बयान आने पर शेयरों में तेजी लौट आई।
- Adani Enterprises और Adani Ports के शेयरों में दोपहर तक 3-4% की बढ़त दर्ज की गई।
वहीं LIC का शेयर भी मामूली लाभ के साथ बंद हुआ।
निष्कर्ष
अखबार की रिपोर्ट ने भले ही बाजार और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी हो, लेकिन LIC और अडानी ग्रुप दोनों ने एकजुट होकर स्पष्ट किया है कि 33,000 करोड़ के निवेश की खबर सत्य नहीं है।
फिलहाल LIC का अडानी ग्रुप में निवेश केवल पुरानी हिस्सेदारी तक सीमित है और किसी नए निवेश की योजना नहीं है।
निचोड़: यह खबर पूरी तरह अफवाह साबित हुई — और दोनों पक्षों ने पारदर्शिता बरतते हुए जनता को स्पष्ट जानकारी दी।
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