आज की ताजा खबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने विशेष संबोधन में कहा कि भारत के “विकसित भारत 2047” के सपने को साकार करने में पूर्वोत्तर भारत और खासकर मिजोरम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार का लक्ष्य केवल बड़े शहरों तक विकास को सीमित रखना नहीं है, बल्कि देश के हर कोने को समान रूप से विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है।
मोदी ने कहा कि मिजोरम जैसे छोटे लेकिन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से भारत की धरोहर हैं, बल्कि कृषि, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण और सीमावर्ती सुरक्षा के माध्यम से देश के समग्र विकास में अहम योगदान दे रहे हैं।
पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार रहीं:
- पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय विकास का इंजन बताया
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूर्वोत्तर भारत, विशेष रूप से मिजोरम, भारत के विकास में एक नए इंजन की तरह काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत का सपना तब तक अधूरा रहेगा, जब तक पूर्वोत्तर पूरी ताकत से योगदान नहीं देगा।” - युवा शक्ति पर जोर
मोदी ने कहा कि मिजोरम की सबसे बड़ी ताकत इसकी युवा पीढ़ी है। यहां के युवाओं की ऊर्जा, प्रतिभा और अनुशासन देश को नई दिशा देने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को स्टार्टअप, डिजिटल इंडिया और कौशल विकास योजनाओं से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। - कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मिजोरम में सड़क, रेल और डिजिटल कनेक्टिविटी पर बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है। सड़क मार्ग और हवाई अड्डों के विस्तार से न केवल व्यापार बढ़ेगा, बल्कि पर्यटन को भी नई उड़ान मिलेगी। - प्राकृतिक संपदा और पर्यावरण संरक्षण
पीएम मोदी ने मिजोरम को ग्रीन गोल्ड (बाँस और वन संपदा) का भंडार बताया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर विकास कर रहे हैं, जो “सस्टेनेबल डिवेलपमेंट” का सबसे अच्छा उदाहरण है। - आत्मनिर्भर भारत में योगदान
मोदी ने कहा कि मिजोरम की जैविक खेती, हस्तशिल्प और स्थानीय उद्योग आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूती दे रहे हैं। उन्होंने मिजोरम के किसानों और उद्यमियों की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य पूरे देश के लिए प्रेरणा है।
मिजोरम भारत के विकास में कैसे दे रहा योगदान
1. कृषि और जैविक खेती
मिजोरम की सबसे बड़ी विशेषता है इसकी ऑर्गेनिक फार्मिंग (जैविक खेती)। यहां के किसान बिना रसायनों का उपयोग किए प्राकृतिक तरीकों से खेती करते हैं।
- जैविक अदरक, हल्दी, संतरा और बांस उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी पहचान बना रहे हैं।
- यह खेती न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रही है, बल्कि देश के लिए स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त खाद्य आपूर्ति भी कर रही है।
2. बाँस उद्योग और हस्तशिल्प
मिजोरम का बाँस उद्योग (Bamboo Industry) पूरे भारत में तेजी से उभर रहा है।
- यहाँ से बने फर्नीचर, सजावटी सामान और हैंडीक्राफ्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर तक निर्यात किए जा रहे हैं।
- बाँस को “ग्रीन गोल्ड” कहा जाता है और यह उद्योग हजारों परिवारों को रोजगार दे रहा है।
3. पर्यटन
मिजोरम की प्राकृतिक सुंदरता और अनोखी संस्कृति पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है।
- आइज़ोल, फलकॉन, चंपाई और लुंगलेई जैसे पर्यटन स्थल अब देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।
- इससे न केवल राज्य की आय बढ़ रही है, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।
4. शिक्षा और खेल
मिजोरम के युवा शिक्षा और खेल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
- फुटबॉल और तीरंदाजी जैसे खेलों में यहां की प्रतिभा देश के लिए गौरव का विषय है।
- शिक्षा के क्षेत्र में भी यहां की साक्षरता दर भारत के औसत से कहीं बेहतर है, जो राज्य की प्रगति को दर्शाता है।
5. रणनीतिक महत्व और सुरक्षा
मिजोरम की सीमाएं म्यांमार और बांग्लादेश से लगती हैं।
- इस वजह से यह राज्य भारत की सुरक्षा नीति में अहम स्थान रखता है।
- सीमाई इलाकों में सुदृढ़ बुनियादी ढांचे का निर्माण न केवल सुरक्षा को मजबूत करता है बल्कि व्यापार और संपर्क को भी आसान बनाता है।
केंद्र सरकार की पहलें
पीएम मोदी ने भाषण में यह भी बताया कि केंद्र सरकार मिजोरम के लिए कई खास योजनाएं चला रही है:
- नॉर्थ ईस्ट स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (NESIDS) के तहत बड़े पैमाने पर सड़क और पुल बनाए जा रहे हैं।
- उड़ान योजना (UDAN Scheme) के जरिए छोटे हवाई अड्डों को जोड़कर हवाई सेवाएं बढ़ाई जा रही हैं।
- डिजिटल इंडिया के अंतर्गत मिजोरम के गांवों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने की कवायद जारी है।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत युवाओं को ट्रेनिंग देकर रोजगार के नए अवसर दिए जा रहे हैं।
राजनीतिक महत्व
रायनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का यह बयान केवल विकास की बात नहीं है, बल्कि यह पूर्वोत्तर को मुख्यधारा की राजनीति और राष्ट्रीय दृष्टि से जोड़ने का प्रयास भी है।
- हाल के वर्षों में भाजपा ने पूर्वोत्तर में अपनी पकड़ मजबूत की है और मिजोरम भी इस रणनीति का हिस्सा है।
- प्रधानमंत्री का यह संदेश स्थानीय लोगों में भरोसा पैदा करता है कि उनका योगदान देश की प्रगति में उतना ही अहम है जितना बाकी राज्यों का।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान कि “विकसित भारत के निर्माण में मिजोरम निभा रहा अहम योगदान” न सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से बल्कि राष्ट्रीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। मिजोरम की जैविक खेती, बांस उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और सुरक्षा में भूमिका भारत के विकास को नई गति दे रही है।
पूर्वोत्तर का यह छोटा राज्य आज पूरे देश के लिए एक सस्टेनेबल डेवलपमेंट मॉडल बनकर उभर रहा है। प्रधानमंत्री की यह स्वीकारोक्ति मिजोरम के लोगों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ भारत के “विकसित भारत 2047” के सपने को और भी सशक्त बनाती है।
















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