मुंबई। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार ने निवेशकों को तगड़ा झटका दिया। शुरुआती मजबूती के बाद बाजार अचानक धड़ाम हो गया और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों लाल निशान में बंद हुए। इस भारी गिरावट से निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब गए। हालांकि, इस मंदी के बीच अडानी ग्रुप के शेयरों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर बाजार में चमक बिखेरी।
कितनी बड़ी आई गिरावट?
- सेंसेक्स करीब 950 अंकों की गिरावट के साथ 73,200 के आसपास बंद हुआ।
- निफ्टी भी लगभग 280 अंक लुढ़ककर 22,200 के नीचे आ गया।
- मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 2-3% की भारी गिरावट देखी गई।
गिरावट की बड़ी वजहें
1. वैश्विक बाजारों का दबाव
एशियाई और अमेरिकी बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को लेकर सख्त रुख ने निवेशकों को सतर्क बना दिया।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
एफआईआई (FII) लगातार भारतीय बाजार से पूंजी निकाल रहे हैं। आज भी भारी मात्रा में बिकवाली हुई, जिससे सेंटीमेंट और बिगड़ गया।
3. आईटी और बैंकिंग शेयरों पर दबाव
- आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे, जिससे इन शेयरों में बड़ी गिरावट आई।
- HDFC बैंक, ICICI बैंक और SBI जैसे दिग्गज शेयर भी टूटे।
कौन से शेयर बिखरे?
- इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो जैसे आईटी शेयर 3-5% टूटे।
- एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में 2% से ज्यादा गिरावट आई।
- मेटल और फार्मा सेक्टर में भी बिकवाली हावी रही।
लेकिन अडानी स्टॉक्स का कमाल!
गिरते बाजार के बीच अडानी ग्रुप के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया।
- अडानी पोर्ट्स में 4% की बढ़त देखी गई।
- अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी एंटरप्राइजेज भी 2-3% चढ़े।
- एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बढ़ती मांग और नए प्रोजेक्ट्स की घोषणाओं ने अडानी स्टॉक्स को मजबूती दी।
निवेशकों की राय
कई निवेशक इस गिरावट को प्रॉफिट बुकिंग बता रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का मौका हो सकती है।
- मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि जिन सेक्टर्स में कमजोरी आई है, वहां जल्द रिकवरी संभव है।
- वहीं, अडानी स्टॉक्स में तेजी ने बाजार को यह संकेत दिया कि चुनिंदा कंपनियाँ कठिन हालात में भी मजबूती दिखा सकती हैं।
निष्कर्ष
आज बाजार भले ही टूट गया हो, लेकिन यह गिरावट पूरी तरह निराशाजनक नहीं है। अडानी ग्रुप के शेयरों ने यह दिखा दिया कि सही सेक्टर और सही समय पर निवेश हमेशा सकारात्मक नतीजे दे सकता है। निवेशकों को घबराने के बजाय सोच-समझकर अगले कदम उठाने की जरूरत है।
















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