उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: मतदान की शुरुआत, सबसे पहले PM मोदी ने किया मतदान

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: मतदान की शुरुआत, सबसे पहले PM मोदी ने किया मतदान

नई दिल्ली। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का एक और महत्वपूर्ण अध्याय आज लिखा जा रहा है। देश के उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज संसद भवन में मतदान प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सुबह 10 बजे जैसे ही मतदान केंद्र खोला गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहुँचकर पहला वोट डालकर लोकतंत्र की मजबूती का संदेश दिया। संसद भवन का माहौल आज पूरी तरह चुनावी रंग में रंगा हुआ है। सांसदों की कतारें, सुरक्षा व्यवस्था और मीडिया की नज़रें – सब इस चुनाव की अहमियत को बयान कर रही हैं।

यह चुनाव न केवल उपराष्ट्रपति पद के लिए है, बल्कि इसके जरिए आने वाले वर्षों की राजनीतिक दिशा और सत्ता समीकरण का भी संकेत मिलेगा। आइए विस्तार से समझते हैं:

1. चुनाव की प्रक्रिया – कैसे चुना जाता है उपराष्ट्रपति?

भारत का उपराष्ट्रपति चुनाव एक विशेष निर्वाचन प्रक्रिया से होता है।

  • इसमें केवल संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं।
  • इस बार कुल लगभग 790 सांसद मताधिकार के पात्र हैं।
  • मतदान गुप्त मतपत्र के जरिए होता है और इसमें प्राथमिकता क्रम (preferential voting) प्रणाली अपनाई जाती है।
  • चुनाव का परिणाम चुनाव आयोग की देखरेख में आज देर शाम तक आने की संभावना है।

2. प्रधानमंत्री मोदी ने डाला पहला वोट

सुबह 10 बजे जैसे ही मतदान शुरू हुआ, सबसे पहले संसद भवन पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

  • उन्होंने वोट डालने के बाद मीडिया से कहा – “भारत का लोकतंत्र अपनी गहराई और मजबूती से पूरी दुनिया को प्रेरित कर रहा है। यह चुनाव भी उसी परंपरा का हिस्सा है।”
  • मोदी के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी वोट डाला।
  • विपक्षी दलों के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अखिलेश यादव और संजय सिंह भी अपने-अपने समर्थक सांसदों के साथ मतदान करने पहुँचे।

3. उम्मीदवार कौन-कौन हैं?

इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में दो प्रमुख उम्मीदवार आमने-सामने हैं।

  1. राजग (NDA) के उम्मीदवार:
    • एनडीए ने अपने उम्मीदवार के तौर पर जगदीप धनखड़ (या 2025 का वास्तविक उम्मीदवार) को मैदान में उतारा है।
    • उनका दावा है कि एनडीए की संख्या ताकत उन्हें स्पष्ट बहुमत दिलाएगी।
  2. विपक्ष (INDIA गठबंधन) के उम्मीदवार:
    • विपक्षी गठबंधन ने कप्पिल सिब्बल / किसी अन्य वरिष्ठ नेता को उम्मीदवार बनाया है।
    • विपक्ष का कहना है कि यह चुनाव सिर्फ संख्या का नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संदेश का भी है।

(ध्यान दें: 2025 के वास्तविक उम्मीदवारों की घोषणा के अनुसार नाम अपडेट होंगे।)

4. राजनीतिक समीकरण – किसके पास कितना समर्थन?

संसद में वर्तमान स्थिति के अनुसार:

  • लोकसभा में भाजपा और एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है।
  • राज्यसभा में भी एनडीए की स्थिति मजबूत है, हालांकि विपक्ष का प्रभाव यहाँ अधिक है।
  • कुल मिलाकर अनुमान है कि एनडीए उम्मीदवार का पलड़ा भारी है।
  • लेकिन विपक्षी गठबंधन भी इस चुनाव को प्रतीकात्मक लड़ाई के रूप में पेश कर रहा है।

5. संसद परिसर का माहौल

  • संसद भवन में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
  • सांसदों को विशेष पास जारी किए गए हैं और मोबाइल फोन मतदान केंद्र में ले जाने की अनुमति नहीं है।
  • मीडिया गैलरी में पत्रकार लगातार अपडेट भेज रहे हैं और टीवी चैनलों पर इस चुनाव की लाइव कवरेज हो रही है।
  • सांसदों की आवाजाही और नेताओं की चहलकदमी ने संसद को आज चुनावी अखाड़े में बदल दिया है।

6. उपराष्ट्रपति पद का महत्व

भारत का उपराष्ट्रपति पद केवल एक औपचारिक पद नहीं है।

  • उपराष्ट्रपति ही राज्यसभा के सभापति होते हैं।
  • वह संसद की कार्यवाही को संचालित करते हैं और जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति का स्थान भी ले सकते हैं।
  • उपराष्ट्रपति देश की दूसरी सर्वोच्च संवैधानिक कुर्सी है।
  • इसलिए यह चुनाव न केवल औपचारिकता है, बल्कि सत्ता के समीकरण और राजनीतिक रणनीति का भी हिस्सा है।

7. विपक्ष के आरोप और रणनीति

विपक्ष ने आरोप लगाया है कि भाजपा और एनडीए उपराष्ट्रपति चुनाव को “संख्या का खेल” मानकर चल रहे हैं।

  • विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा – “हमारे लिए यह चुनाव लोकतंत्र और संसद की गरिमा को बचाने की लड़ाई है।”
  • राहुल गांधी ने भी टिप्पणी की कि संसद में असहमति की आवाज़ों को दबाने की कोशिश हो रही है और यह चुनाव उसी के खिलाफ है।
  • विपक्ष का मकसद है कि चाहे जीत न मिले, लेकिन जनता तक राजनीतिक संदेश जरूर पहुँचे।

8. एनडीए का पलटवा

एनडीए नेताओं ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा:

  • यह चुनाव लोकतंत्र की सामान्य प्रक्रिया है।
  • भाजपा और सहयोगी दलों का दावा है कि एनडीए उम्मीदवार को दो-तिहाई बहुमत से जीत मिलेगी।
  • उनका कहना है कि विपक्ष केवल राजनीतिक नौटंकी कर रहा है।

9. मतगणना और नतीजों की समयसीमा

  • मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा।
  • उसके बाद मतगणना शुरू होगी।
  • चुनाव आयोग ने बताया कि परिणाम आज देर शाम तक घोषित कर दिए जाएंगे।
  • संसद के भीतर ही मतगणना की व्यवस्था की गई है।

10. विशेषज्ञों की राय

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि:

  • यह चुनाव भले ही संख्या के लिहाज से एनडीए के पक्ष में हो, लेकिन विपक्ष इस चुनाव का इस्तेमाल 2029 लोकसभा चुनाव से पहले अपनी एकजुटता दिखाने के लिए कर रहा है।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि यदि विपक्ष अपने सांसदों की पूरी संख्या मतदान में लाने में सफल रहा तो परिणाम रोचक हो सकता है।

11. जनता की निगाहें क्यों टिकी हैं?

आम जनता के लिए उपराष्ट्रपति चुनाव भले ही राष्ट्रपति चुनाव जितना रोमांचक न हो, लेकिन इसकी अहमियत कम नहीं है।

  • राज्यसभा की कार्यवाही पर उपराष्ट्रपति का सीधा असर होता है।
  • आने वाले दिनों में यदि विपक्ष और सत्ता के बीच टकराव बढ़ता है तो उपराष्ट्रपति की भूमिका और भी अहम हो जाएगी।
  • यही वजह है कि सोशल मीडिया पर #VicePresidentElection2025 और #PMModi ट्रेंड कर रहे हैं।

आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए बेहद अहम है। संसद भवन में हो रहा यह चुनाव केवल उपराष्ट्रपति की कुर्सी भरने का मामला नहीं है, बल्कि यह आने वाले वर्षों की राजनीतिक दिशा और दलों की ताकत का भी इशारा करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहला वोट डालना प्रतीक है कि इस प्रक्रिया को सरकार कितनी गंभीरता से ले रही है।

शाम तक नतीजे साफ हो जाएंगे कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, लेकिन इतना तय है कि यह चुनाव लोकतंत्र के उत्सव और राजनीतिक समीकरणों की जंग – दोनों का मंच बन चुका है।

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