Yashasvi Jaiswal Century: यशस्वी जायसवाल ने ठोका 7वां टेस्ट शतक, एक झटके में कोहली-गांगुली को छोड़ा पीछे

Yashasvi Jaiswal Century: यशस्वी जायसवाल ने ठोका 7वां टेस्ट शतक, एक झटके में कोहली-गांगुली को छोड़ा पीछे

भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने एक बार फिर अपनी शानदार बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट मुकाबले में उन्होंने शानदार शतक (Century) ठोकते हुए न सिर्फ टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया बल्कि महान खिलाड़ियों विराट कोहली और सौरव गांगुली जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया।

यह जायसवाल का सातवां टेस्ट शतक (7th Test Century) है और उन्होंने यह मुकाम बेहद कम समय में हासिल किया है। उनके इस प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के ‘शानदार सितारे’ हैं।

मैच की पारी: यशस्वी का दमदार प्रदर्शन

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी इस टेस्ट मैच में भारत की शुरुआत थोड़ी कमजोर रही, लेकिन यशस्वी जायसवाल ने एक छोर संभालते हुए धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया।
उन्होंने सिर्फ रन नहीं बनाए, बल्कि हर शॉट में आत्मविश्वास झलकाया।

उन्होंने 168 गेंदों में शानदार 123 रन बनाए, जिसमें 17 चौके और 2 छक्के शामिल थे।
उनकी यह पारी दर्शकों के लिए किसी कला से कम नहीं थी।

रिकॉर्ड बुक में यशस्वी का नाम — कोहली-गांगुली को पीछे छोड़ा

इस शतक के साथ ही यशस्वी जायसवाल ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।
अब वह भारत की ओर से 25 साल की उम्र से पहले 7 टेस्ट शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।

रिकॉर्ड तुलना:

  • विराट कोहली: 6 शतक (25 वर्ष से पहले)
  • सौरव गांगुली: 5 शतक
  • सचिन तेंदुलकर: 10 शतक (हालांकि उन्होंने कम उम्र में डेब्यू किया था)
  • यशस्वी जायसवाल: अब 7 शतक

यह उपलब्धि बताती है कि जायसवाल भारतीय टीम में न सिर्फ जगह पक्की कर रहे हैं, बल्कि वह ‘युवा दौर के लीडर’ बनने की ओर बढ़ रहे हैं।

कैसे खेली जायसवाल ने यह पारी?

यशस्वी जायसवाल ने अपनी पारी की शुरुआत बेहद सावधानी से की।
पिच पर शुरुआती मूवमेंट को समझने के बाद उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ बेखौफ शॉट्स खेलने शुरू किए।

उन्होंने कवर ड्राइव, पुल शॉट और लॉन्ग ऑन की दिशा में lofted हिट्स से दर्शकों का दिल जीत लिया।
उनका स्ट्राइक रोटेशन भी लाजवाब रहा — उन्होंने हर ओवर में रन बनाए और विपक्षी गेंदबाजों को दबाव में रखा।

विशेष बात यह रही कि जायसवाल ने अपनी पारी में किसी भी गेंदबाज को सेट होने का मौका नहीं दिया।

जायसवाल की बल्लेबाजी पर कोच और दिग्गजों की प्रतिक्रिया

भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मैच के बाद उनकी तारीफ करते हुए कहा —

“यशस्वी क्रिकेट का भविष्य हैं। उनमें पुराने जमाने का टेस्ट टेंपरामेंट और नए दौर का आक्रामक स्वभाव दोनों हैं।”

वहीं पूर्व कप्तान विराट कोहली ने सोशल मीडिया पर लिखा —

“जायसवाल की बल्लेबाजी देखकर गर्व होता है। वह टीम इंडिया के लिए मैच विनर साबित हो रहे हैं।”

सचिन तेंदुलकर ने भी ट्वीट कर कहा —

“इस लड़के में जुनून, अनुशासन और क्लास तीनों हैं। भारत को अगले दशक तक इस खिलाड़ी से बड़ी उम्मीदें रखनी चाहिए।”

भारत की स्थिति — जायसवाल के शतक से पलटी बाजी

जब जायसवाल क्रीज पर आए, भारत का स्कोर था 72/3, और टीम मुश्किल में लग रही थी।
लेकिन उनके और श्रेयस अय्यर के बीच 180 रनों की साझेदारी ने खेल की दिशा पूरी तरह बदल दी।

भारत अब मैच में 450 रन की मजबूत बढ़त के करीब पहुंच चुका है, और जायसवाल की पारी इस सफलता की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है।

यशस्वी जायसवाल का करियर — कम उम्र में बड़ा मुकाम

यशस्वी जायसवाल की कहानी संघर्ष से सफलता तक की मिसाल है।
मुंबई के आजाद मैदान में पानी पुरी बेचने से लेकर आज भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनने तक उनका सफर प्रेरणादायक है।

उन्होंने 2023 में डेब्यू किया था और महज दो साल में 7 टेस्ट शतक जड़ दिए — यह अपने आप में ऐतिहासिक उपलब्धि है।

यशस्वी जायसवाल के टेस्ट करियर के प्रमुख आंकड़े

वर्षमैचपारीरनऔसतशतक
202371272360.253
202481484565.004
कुल1526156862.727

इन आंकड़ों से साफ है कि जायसवाल न सिर्फ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि उनका कंसिस्टेंसी फैक्टर भारतीय टीम के लिए सोने पर सुहागा है।

क्रिकेट जगत की नई सनसनी — ‘द लेफ्ट-हैंड्ड वंडर’

यशस्वी जायसवाल को अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में “The Left-Handed Wonder” कहा जा रहा है।
उनकी तकनीक, मानसिक मजबूती और परिस्थिति के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट के बड़े खिलाड़ी की सूची में खड़ा कर दिया है।

उनकी बल्लेबाजी में ब्रायन लारा की एलिगेंस, गांगुली की टाइमिंग और सीवाग की आक्रामकता की झलक देखने को मिलती है।

सोशल मीडिया पर छाए जायसवाल

जैसे ही जायसवाल ने शतक पूरा किया, सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई।
फैंस ने लिखा —

“यह खिलाड़ी आने वाले दशक का सुपरस्टार बनेगा।”
“कोहली और गांगुली को पीछे छोड़ना बड़ी बात है, लेकिन जिस तरह उन्होंने यह किया — वह तो लाजवाब है।”

ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #YashasviJaiswal ट्रेंड करने लगा।

निष्कर्ष: भारतीय क्रिकेट का नया युग शुरू

यशस्वी जायसवाल का सातवां टेस्ट शतक भारतीय क्रिकेट के लिए सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक संकेत है कि आने वाले समय में टीम इंडिया की रीढ़ मजबूत हाथों में है।

उन्होंने साबित कर दिया है कि युवा होने के बावजूद वे किसी बड़े मैच में दबाव नहीं झेलते, बल्कि उस दबाव को प्रदर्शन में बदल देते हैं।

आज उनका नाम सिर्फ स्कोरबोर्ड पर नहीं, बल्कि हर भारतीय फैन के दिल में चमक रहा है —
“यशस्वी” नाम अब सचमुच अपने अर्थ के अनुरूप — सफलता का प्रतीक बन गया है।

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