आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। पंजाब से होने वाले इस चुनाव के लिए पार्टी ने मशहूर उद्योगपति राजिंदर गुप्ता के नाम पर मुहर लगा दी है। पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसके बाद गुप्ता का नाम आधिकारिक तौर पर घोषित किया गया।
कौन हैं राजिंदर गुप्ता?
राजिंदर गुप्ता पंजाब के जाने-माने उद्योगपति हैं और ट्राइडेंट ग्रुप (Trident Group) के चेयरमैन हैं।
ट्राइडेंट ग्रुप देश की अग्रणी कपड़ा और कागज़ निर्माण कंपनियों में से एक है, जिसका मुख्यालय लुधियाना में स्थित है।
राजिंदर गुप्ता ने 1990 के दशक में एक छोटे उद्योग के रूप में अपने बिज़नेस की शुरुआत की थी और आज उनका समूह 100 से अधिक देशों में व्यापार कर रहा है।
वे सामाजिक कार्यों और शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं, और कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत कई योजनाओं को संचालित करते हैं।

क्यों चुना गया राजिंदर गुप्ता को AAP की ओर से?
AAP सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस बार “साफ-सुथरी और विकासशील छवि” वाले उम्मीदवार को राज्यसभा भेजना चाहती थी।
राजिंदर गुप्ता की छवि ईमानदार उद्योगपति और समाजसेवी के रूप में जानी जाती है।
पार्टी को उम्मीद है कि गुप्ता का अनुभव पंजाब और देश के औद्योगिक विकास में नई दिशा देगा।
एक वरिष्ठ AAP नेता ने कहा –
“राजिंदर गुप्ता ने उद्योग जगत में जो पहचान बनाई है, वह पंजाब की प्रगति की मिसाल है। राज्यसभा में उनकी मौजूदगी से पंजाब के हितों की बेहतर पैरवी हो सकेगी।”
पंजाब में राज्यसभा की सीटें और राजनीतिक समीकरण
पंजाब से राज्यसभा की 5 सीटें हैं, जिनमें से अधिकतर फिलहाल AAP के पास हैं, क्योंकि राज्य विधानसभा में पार्टी को भारी बहुमत हासिल है।
इस बार जिस सीट पर चुनाव होना है, वह आनंदपुर साहिब से संबंधित मानी जा रही है।
पार्टी को उम्मीद है कि बिना किसी विपक्षी समर्थन के भी उसका उम्मीदवार आराम से जीत जाएगा।
कांग्रेस और अकाली दल ने फिलहाल अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वे AAP के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारने की कोशिश कर सकते हैं।
भगवंत मान सरकार का औद्योगिक एजेंडा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में निवेश बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है।
पिछले एक साल में राज्य सरकार ने “इन्वेस्ट पंजाब” मिशन के तहत कई बड़े उद्योग समूहों से समझौते किए हैं।
राजिंदर गुप्ता को राज्यसभा भेजने के पीछे यह संदेश भी है कि AAP सरकार उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में पारदर्शी और दीर्घकालिक नीति बना रही है।
मुख्यमंत्री मान ने ट्वीट कर कहा –
“पंजाब का बेटा अब दिल्ली की राज्यसभा में पंजाब की आवाज़ बनेगा।
राजिंदर गुप्ता जी के अनुभव और समर्पण से देश को लाभ मिलेगा।”
विपक्ष का तंज
कांग्रेस ने AAP के इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह “आम आदमी” की पार्टी अब “अमीरों” की पार्टी बनती जा रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुनील जाखड़ ने कहा –
“AAP ने आम आदमी की जगह उद्योगपति को चुना है। क्या यही बदलाव की राजनीति है?”
वहीं, अकाली दल ने कहा कि यह कदम “राजनीति में पैसे के प्रभाव” को और मजबूत करेगा।
AAP नेताओं ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि
“राजिंदर गुप्ता जैसे लोग राजनीति में आएंगे तो व्यवस्था सुधरेगी, न कि बिगड़ेगी।”
जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
AAP के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
कई लोगों ने राजिंदर गुप्ता के चयन को “विकास की दिशा में साहसिक कदम” बताया,
जबकि कुछ यूज़र्स ने इसे “पार्टी की विचारधारा से विचलन” कहा।
ट्राइडेंट ग्रुप के कर्मचारियों और उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने भी गुप्ता को शुभकामनाएं दीं।
लुधियाना, बरनाला और मोगा में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटकर खुशी जताई।
निष्कर्ष
राज्यसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का यह फैसला राजनीति और उद्योग जगत के संगम का संकेत माना जा रहा है।
जहां एक ओर इससे पार्टी को “प्रो-डेवलपमेंट” छवि मिल सकती है,
वहीं विपक्ष इसे “कॉर्पोरेट झुकाव” बताकर निशाना साध सकता है।
फिलहाल, इतना तय है कि राजिंदर गुप्ता का नाम सामने आने के बाद पंजाब की राजनीति में नई हलचल मच गई है —
और यह देखना दिलचस्प होगा कि उद्योग और राजनीति का यह संगम आने वाले समय में क्या नया मोड़ लाता है।
















Leave a Reply