पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. दार्जिलिंग जिले में एक बड़ा हादसा सामने आया है, जहां तेज बारिश के कारण एक पुराना पुल ढह गया। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुल के टूटते ही तेज बहाव में वाहनों और लोगों को बहते हुए देखा जा सकता है।
हादसा कैसे हुआ?
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, यह हादसा दार्जिलिंग जिले के रांगिट नदी पर बने एक पुराने पुल पर हुआ। शुक्रवार देर रात इलाके में लगातार हो रही बारिश से नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया।
पुल से कई वाहन गुजर रहे थे, तभी पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया और दो कारें और एक बाइक नदी में जा गिरीं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के समय पुल पर करीब 10 से 12 लोग मौजूद थे, जिनमें से 6 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि बाकी की तलाश एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें कर रही हैं।
#WATCH | West Bengal Movement of vehicles has been restricted on the Siliguri-Darjeeling SH-12 road after a portion of Dudhia iron bridge collapsed due to heavy rain in North Bengal. pic.twitter.com/0Rv61YekTa
— ANI (@ANI) October 5, 2025
दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों में तबाही का मंजर
दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों में मूसलाधार बारिश से भूस्खलन (landslide) की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं।
- कई सड़कें और नेशनल हाईवे-10 जगह-जगह टूट चुके हैं।
- रेल ट्रैक पर मलबा आने से ट्रेन सेवाएं भी बाधित हैं।
- कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवाएं ठप पड़ी हैं।
दार्जिलिंग के एसपी ने बताया कि “यह पिछले 5 सालों में सबसे भीषण बारिश है। कई पहाड़ी रास्ते ध्वस्त हो चुके हैं . और राहत दलों को पहुंचने में दिक्कत हो रही है।”
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा प्रशासन
राज्य सरकार ने तुरंत NDRF और SDRF की 4-4 टीमें मौके पर भेजी हैं।
स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और सेना के जवान भी राहत-बचाव में जुटे हुए हैं।
रातभर ऑपरेशन चलाकर 15 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख मुआवजा और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा —
“दार्जिलिंग में पुल हादसे से मन बेहद व्यथित है। सभी राहत एजेंसियां मौके पर काम कर रही हैं।
प्रभावित परिवारों के साथ हमारी पूरी सरकार खड़ी है।”
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
- अगले 24 घंटों में 200 मिमी से अधिक वर्षा की संभावना जताई गई है।
- नदियों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
- पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की आशंका बनी हुई है।
IMD के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Zone) के कारण भारी वर्षा हो रही है, जिसका असर असम, सिक्किम और मेघालय तक देखा जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तबाही का वीडियो
दार्जिलिंग पुल हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि भारी बारिश के बीच पुल अचानक हिलने लगता है और कुछ ही सेकंड में उसका एक हिस्सा टूटकर नीचे नदी में समा जाता है।
लोगों की चीख-पुकार सुनाई देती है और आसपास के लोग मदद के लिए भागते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें।
सड़क और रेल सेवाओं पर असर
भारी बारिश के कारण दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी जाने वाला नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया है।
रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जिनमें दार्जिलिंग मेल, कामाख्या एक्सप्रेस और टेस्टा तोर्सा एक्सप्रेस शामिल हैं।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने भी यात्रियों को यात्रा से पहले अपडेट जांचने की सलाह दी है, क्योंकि कई फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं।
स्थानीय लोगों का दर्द
दार्जिलिंग निवासी दोलमा शेरपा ने बताया,
“हमने पहले कभी इतनी बारिश नहीं देखी। घरों में पानी घुस गया है, खेत बर्बाद हो गए हैं और अब पुल भी टूट गया। सरकार से गुजारिश है कि जल्द मदद भेजी जाए।”
वहीं, स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सैलानी इलाकों के बंद होने से उनकी रोज़ी-रोटी पर भी असर पड़ा है।

निष्कर्ष
दार्जिलिंग में भारी बारिश से मचा यह कहर एक बार फिर पहाड़ी इलाकों की कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राज्य प्रशासन लगातार राहत कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन मौसम की स्थिति को देखते हुए हालात सामान्य होने में कुछ और समय लग सकता है।
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