भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजों से पहले ही घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली। निवेशकों की धारणा मजबूत रही और सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों सूचकांकों में उल्लेखनीय उछाल दर्ज किया गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी
- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 600 अंकों से ज्यादा चढ़कर 76,000 के पार पहुंच गया।
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 180 अंकों की तेजी के साथ 23,000 से ऊपर कारोबार करता नजर आया।
- बैंकिंग, IT, ऑटो और FMCG सेक्टर के शेयरों में अच्छी खरीदारी हुई, जबकि मेटल और फार्मा शेयरों में हल्की गिरावट देखने को मिली।
निवेशकों का भरोसा क्यों बढ़ा?
RBI के फैसले से पहले बाजार में तेजी आने के पीछे कई प्रमुख वजहें हैं:
- रेपो रेट स्थिर रहने की उम्मीद – निवेशकों का अनुमान है कि RBI फिलहाल रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा, जिससे लोन की दरों पर स्थिरता बनी रहेगी।
- वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत – एशियाई और अमेरिकी बाजारों में भी तेजी रही, जिसका असर भारतीय बाजार पर दिखाई दिया।
- FII की वापसी – विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने पिछले कुछ दिनों में भारतीय इक्विटी मार्केट में खरीदारी बढ़ाई है।
- मजबूत आर्थिक संकेतक – GST कलेक्शन, औद्योगिक उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग PMI जैसे आंकड़े उत्साहजनक रहे हैं।
बैंकिंग और IT सेक्टर बने बाजार के स्टार
- बैंकिंग सेक्टर – HDFC बैंक, ICICI बैंक और SBI के शेयरों में 2% तक की तेजी दर्ज की गई।
- IT सेक्टर – इंफोसिस और टीसीएस में खरीदारी देखने को मिली, जिससे निफ्टी IT इंडेक्स में मजबूती आई।
- ऑटो सेक्टर – मारुति और टाटा मोटर्स में बढ़त रही।
मार्केट एक्सपर्ट्स की राय
- ब्रोकर हाउस का कहना है कि RBI अगर रेपो रेट को स्थिर रखता है तो बैंकिंग और रियल एस्टेट सेक्टर को इसका फायदा मिलेगा।
- विश्लेषकों के मुताबिक निफ्टी 23,200 और सेंसेक्स 76,500 तक जा सकता है, बशर्ते वैश्विक बाजारों का रुख सकारात्मक रहे।
- हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बाजार में प्रॉफिट बुकिंग का दौर कभी भी शुरू हो सकता है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
ग्लोबल फैक्टर का असर
- अमेरिका में फेडरल रिजर्व की अगली नीति बैठक से पहले निवेशकों की नजर वहां की महंगाई दर पर है।
- चीन और यूरोप से मिले कमजोर आर्थिक आंकड़ों का असर भारत पर उतना नहीं दिखा।
- कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता ने भी भारतीय बाजार को सहारा दिया।
निष्कर्ष
RBI की मौद्रिक नीति से पहले भारतीय शेयर बाजार में आई तेजी ने निवेशकों का मनोबल बढ़ा दिया है।
- सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही मजबूत हुए हैं।
- बैंकिंग और IT सेक्टर में जोरदार खरीदारी देखने को मिली है।
- फिलहाल बाजार में सकारात्मक रुझान कायम है, लेकिन वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
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